2 अक्टूबर को हम गाँधी जयंती मानते है आजादी से जुडी बातें तो उनके बारे में सब ही जानते है लेकिन बचपन की बातें बहुत काम लोगो को पता है।
तो आईये जानते है महात्मा गाँधी के बचपन की एक कहानी जो शायद ही आपने कभी सुनी होगी।
एक बार अपने बुरे दोस्त की कुसंगति में आने पर महात्मा गाँधी बीडी की लत गयी और उस लड़के के कहने पर महात्मा गाँधी चोरी छिपे मांस भी खाने लगे क्यूकी महात्मा गाँधी के घर पर सभी शाकाहारी थे और इस तरह अपने गलत आदत के कारण उन्हें चोरी करने की भी आदत पड़ गयी क्यूकी इन सबके लिए पैसो की आवश्कयता पड़ती थी और फिर महात्मा गाँधी ने धीरे धीरे कर्ज भी लेना शुरू कर दिया था।
लेकिन अपने इस कर्ज को चुकाने के लिए अपने बड़े भाई के सोने के कड़े में एक टुकड़ा चुराकर बेच दिया और और अपना कर्जा तो चूका दिया।
लेकिन महात्मा गाँधी का मन खुद को इस अपराध के लिए मान नही रहा था और अपने गलतियों को अपने पिता के सामने पत्र के माध्यम से बता दिया।
यह सब पढकर उनके पिताजी कुछ भी बोल न सके और महात्मा गाँधी द्वारा लिखा गया पत्र फाडकर फेक दिया यह सब देखकर महात्मा गाँधी फूटफूटकर रोने लगे और प्रण लिया की आज के बाद वे सारे बुरे काम छोड़ देंगे और इस प्रकार महात्मा गाँधी जो भी शपथ लेते उसपर हमेसा अडिग रहते थे।
बचपन में बुरी आदतों के शिकार हो गए थे महात्मा गाँधी,घर पर चोरी करके चुकाते थे कर्ज़ा !!
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October 02, 2019
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