सोमवार को भारत और चीन के बीच सेना के बीच हिंसक झड़प को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत के जवानों ने यहां पर एक चीनी कर्नल को जिंदा पकड़ लिया था जिसका दोनों देशों के अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के बाद रिहा किया गया था सूत्रों ने बताया कि जब सोमवार को दोनों देश के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई तो उसमें भारत के जवान एक चीनी कर्नल को जिंदा पकड़ कर ले कर आ गए हालांकि बाद में शीर्ष अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद उसे छोड़ दिया गया।

सूत्रों ने बताया कि कमांडिंग आफिसर कर्नल संतोष बाबू के शहीद होने के बाद भारतीय जवान काफी गुस्से में आ गए थे और उन्होंने ड्रैगन को करारा जवाब देते हुए एक ही झटके में उसके कम से कम 18 सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया भारत के जवानों ने चीनी सैनिकों की गर्दन तोड़ दी भारत चीन के बीच झड़प करीब 4 घंटे तक चली एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री और जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि 2 कोर कमांडरों के बीच फैसला हुआ था लेकिन चीन की मंशा खराब थी वहां से जाना नहीं चाह रही थी हमारी सेना की तरफ से कहा गया कि आप यहां से अभी तक गए क्यों नहीं जिसके बाद दोनों तरफ से हिंसक झड़प शुरू हो गई।

ऐसा नहीं है कि उन्होंने हमारे 20 सैनिकों को मारा है चीन कभी नहीं बताएगा कि उनके कितने जवान हताहत है हुए हैं लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि उनके जवानों के मरने की संख्या हमसे दोगुनी है प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।
उन्होंने इस हिंसक झड़प में सेना के द्वारा हथियार नहीं चलाने को लेकर कहा कि दोनों देशों के बीच एक संधि हुई है कि कोई भी यहां झड़प होने पर हथियार नहीं चलाएंगे घाटी में चीन ने अपना टेंट लगा लिया था चीनी हमेशा से मनसा रही है वह एलएसी को आगे बढ़ाते हैं और इस बार भी उन्होंने यही किया जब उनको यहां से हटने के लिए बोला गया तो दोनों के बीच झड़प हमारी सेना भी वहां मौजूद थी और उनकी सेना भी वहां पर थी।

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15 जून की रात भारतीय सैनिक पकड़ लाये थे उनके कर्नल को जिन्दा ,लेकिन बाद मे....
Reviewed by N
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June 23, 2020
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