देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं भारत में कोरोना के मामले 57 लाख के पार हो गए हैं वहीं 46 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं।
देश में मरीजों के ठीक होने की दर 81. 55% है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार सुबह 8:00 बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार 1 दिन में कोरोना के 86,508 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़ कर 57,32,518 हो गए वही पिछले 24 घंटे में 1129 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 91149 हो गई।
देश में अभी तक 46,74,987 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं कोरोना से होने वाली मौतों की दर 1.59% है इस शोध में सामने आया है कि इसमें दावा किया गया है कि हमारे यहां रिकवरी रेट एक खास वजह से बहुत ज्यादा अच्छी है काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे और टीम द्वारा किए गए शोध में यह बात सामने आई है कि भारत के लोगों की अपनीइम्युनिटी के चलते रिकवरी रेट हाई है और मृत्यु दर दुनिया के औसत से कम है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उनकी टीम ने शोध में पाया है कि भारत में हार्ड इम्यूनिटी से ज्यादा क्षमता पहले से ही लोगों के जीन यानी वंशाणुओं में है इस शोध के लिए अलग-अलग देशों के लोगों के जिलों में इकट्ठा किए गए थे भारतीय लोगों को उनके शरीर में यह क्षमता कोशिकाओं में मौजूद एक्स क्रोमोसोम के जीन se2 रिसेप्ट से मिली है जिसके चलते जिन पर चल रहे म्यूटेशन कोशिकाओं में कोरोना की एंट्री को रोक देते हैं इस म्यूटेशन का नाम है RS-2285666 .
बताया गया कि भारत के लोगों में यह जीनोम बनी हुई है भारतीय लोगों की जिनोम में यूनीक म्यूटेशन भी है जिसके चलते मृत्यु दर कम और रिकवरी रेट ज्यादा है प्रोफेसर चौबे ने बताया कि अफ्रीका ,अमेरिका ,यूरोप ,एशिया साइबेरिया के पापुआ न्यू गिनी तक 483 लोगों के सैंपल लिए गए हैं चौबे का यह पेपर अमेरिका के पब्लिक लाइब्रेरी ऑफ साइंसेज में छापा गया है।
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भारत में क्यों है कोरोना की इतनी ज्यादा रिकवरी रेट ,बताई ये BHU के प्रोफेसर के शोध में हुआ खुलासा
Reviewed by N
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September 24, 2020
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