भारत सरकार की ओर से 59 एप्स पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।

केंद्र सरकार की ओर से यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब भारत और चीन के बीच बढ़े तनाव को कम करने के लिए आज लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की एक बार बैठक होने जा रही है इस बैठक से पहले मोदी सरकार चीन को यह बता देना चाहती है कि इस बार भी किसी भी तरीके से झुकने वाली नहीं है सरकार ने जिस तरह से लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बैठक से पहले यह फैसला लिया है उसे साफ हो गया है कि सरकार ने चीन को चेतावनी दी है।

मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसे विभिन्न तरीके से कई शिकायतें मिली है एंड्रॉयड और आईओएस प्लेटफार्म पर उपलब्ध कुछ मोबाईल एप दुरूपयोग की जाने की बात कही है इन रिपोर्ट में कहा गया है कि यह उपयोगकर्ता के डाटा को चुराकर उन्हें गुपचुप तरीके से भारत के बाहर स्थित सर्वर को भेजते हैं बयान में कहा गया है भारत को राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति शत्रुता रखने वाले तत्वों द्वारा इन आंकड़ों का संकलन इसकी जांच पड़ताल और प्रोफाइलिंग अंततः भारतीय संप्रभुता और अखंडता पर आघात होता है यह बहुत अधिक की चिंता का विषय है।
इसके खिलाफ आपातकालीन उपायों की जरूरत है सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आईटी कानून और नियमों की धारा 691 के तहत अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए इन एप्स पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गृह मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने दुर्भाग्यपूर्ण एप्स पर व्यापक प्रतिबंध लगाने की सिफारिश भी की थी।
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है इनके आधार पर और हाल ही में विश्वसनीय सूचना मिलने पर कि ऐसे भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए खतरा है भारत सरकार ने मोबाइल और गैर मोबाइल इंटरनेट के उपयोग किए जाने वाले कुछ ऐप इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है बयान में कहा गया है कि यह कदम करोड़ों भारतीय मोबाइल और इंटरनेट उपयोगकर्ता के हितो की रक्षा करेगा यह निर्णय भारतीय साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम है।
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सरकार ने बताया की आखिर क्यों लगाया गया इन चाइनीज ऐप्स पर बेन
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June 30, 2020
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